रविवार, 19 नवंबर 2017

भारतीय संस्कृति

भारतीय संस्कृति के ‘अनेकता में एकता सिर्फ कुछ शब्द नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐसी चीज़ है जो भारत जैसे सांस्कृतिक और विरासत में समृद्ध देश पर पूरी तरह लागू होती है। कुछ आदर्श वाक्य या बयान, भारत के उस दर्जे को बयां नहीं कर सकते जो उसने विश्व के नक्शे पर अपनी रंगारंग और अनूठी संस्कृति से पाया है। मौर्य, चोल और मुगल काल और ब्रिटिश साम्राज्य के समय तक भारत हमेशा से अपनी परंपरा और आतिथ्य के लिए मशहूर रहा। रिश्तों में गर्माहट और उत्सवों में जोश के कारण यह देश विश्व में हमेशा अलग ही नजर आया। इस देश की उदारता और जिंदादिली ने बड़ी संख्या में सैलानियों को इस जीवंत संस्कृति की ओर आकर्षित किया, जिसमें धर्मों, त्यौहारों, खाने, कला, शिल्प, नृत्य, संगीत और कई चीजों का मेल है। देवताओं की इस धरतीमें संस्कृति, रिवाज़ और परंपरा से लेकर बहुत कुछ खास रहा है। यही हमारी भारतीय संस्कृति की विशेषता है । 
                 भारत समृद्ध संस्कृति का एक ऐसा देश है जहाँ एक से ज्यादा धार्मिक संस्कृति के लोग एक साथ रहते हैं। सबसे पुरानी सभ्यता का देश है। भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण तत्व अच्छे शिष्टाचार, तहज़ीब, सभ्य संवाद, धार्मिक संस्कार, मान्यताएँ और मूल्य आदि हैं। अब जबकि हरेक की जीवन शैली आधुनिक हो रही है, भारतीय लोग आज भी अपनी परंपरा और मूल्यों को बनाए हुए हैं। विभिन्न संस्कृति और परंपरा के लोगों के बीच की घनिष्ठता ने एक अनोखा देश, ‘भारतबनाया है। अपनी खुद की संस्कृति और परंपरा का अनुसरण करने के द्वारा भारत में लोग शांतिपूर्णं तरीके से रहते हैं।
भारतीय संस्कृति
                         
भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है जो लगभग 5,000 हजार वर्ष पुरानी है। विश्व की पहली और महान संस्कृति के रुप में भारतीय संस्कृति को माना जाता है। विविधता में एकताका कथन यहाँ पर आम है अर्थात् भारत एक विविधतापूर्ण देश है जहाँ विभिन्न धर्मों के लोग अपनी संस्कृति और परंपरा के साथ शांतिपूर्णं तरीके से एक साथ रहते हैं। विभिन्न धर्मों के लोगों की अपनी भाषा, खाने की आदत, रीति-रिवाज़ आदि अलग हैं फिर भी वो एकता के साथ रहते हैं। यही सब महत्वपूर्ण बाते हमारी भारतीय संस्कृति की महत्व को और बढाती है ।
                    भारत की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है हालाँकि विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में लगभग 22 आधिकारिक भाषा और 400 दूसरी भाषाएँ रोज बोली जाती हैं। इतिहास के अनुसार, हिन्दू और बुद्ध धर्म जैसे धर्मों की जन्मस्थली के रुप में भारत को पहचाना जाता है। भारत की अधिसंख्य जनसंख्या हिन्दू धर्म से संबंध रखती है। हिन्दू धर्म की दूसरी विविधता शैव, शक्त्य, वैष्णव और स्मार्ता है।
भारतीय संस्कृति


                         यह संसार की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। भारतीय संस्कृति कर्म प्रधान संस्कृति है। मोहनजोदड़ो की खुदाई के बाद से यह मिस्र, मेसोपोटेमिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं के समकालीन समझी जाने लगी है।   प्राचीनता के साथ इसकी दूसरी विशेषता अमरता है। सर्वांगीणता, विशालता, उदारता, प्रेम और सहिष्णुता की दृष्टि से अन्य संस्कृतियों की अपेक्षा अग्रणी स्थान रखती है। चीनी संस्कृति के अतिरिक्त पुरानी दुनिया की अन्य सभी - मेसोपोटेमिया की सुमेरियन, असीरियन, बेबीलोनियन और खाल्दी प्रभृति तथा मिस्र ईरान, यूनान और रोम की-संस्कृतियाँ काल के कराल गाल में समा चुकी हैं, कुछ ध्वंसावशेष ही उनकी गौरव-गाथा गाने के लिए बचे हैं; किन्तु भारतीय संस्कृति कई हज़ार वर्ष तक काल के क्रूर थपेड़ों को खाती हुई आज तक जीवित है। 
                 उसकी तीसरी विशेषता उसका जगद्गुरु होना है। उसे इस बात का श्रेय प्राप्त है कि उसने न केवल महाद्वीप-सरीखे भारतवर्ष को सभ्यता का पाठ पढ़ाया, अपितु भारत के बाहर बड़े हिस्से की जंगली जातियों को सभ्य बनाया, साइबेरिया के सिंहल (श्रीलंका) तक और मैडीगास्कर टापू, ईरान तथा अफगानिस्तान से प्रशांत महासागर के बोर्नियो, बाली के द्वीपों तक के विशाल भू-खण्डों पर अपनी अमिट प्रभाव छोड़ा। भारत एक विविध संस्‍कृति वाला देश है, एक तथ्‍य कि यहां यह बात इसके लोगों, संस्‍कृति और मौसम में भी प्रमुखता से दिखाई देती है। हिमालय की अनश्‍वर बर्फ से लेकर दक्षिण के दूर दराज में खेतों तक, पश्चिम के रेगिस्‍तान से पूर्व के नम डेल्‍टा तक, सूखी गर्मी से लेकर पहाडियों की तराई के मध्‍य पठार की ठण्‍डक तक, भारतीय जीवनशैलियां इसके भूगोल की भव्‍यता स्‍पष्‍ट रूप से दर्शाती हैं।
              पूरे विश्व में भारत अपनी संस्कृति और परंपरा के लिये प्रसिद्ध देश है। ये विभिन्न संस्कृति और परंपरा की भूमि है। भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का देश है। भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण तत्व अच्छे शिष्टाचार, तहज़ीब, सभ्य संवाद, धार्मिक संस्कार, मान्यताएँ और मूल्य आदि हैं। अब जबकि हरेक की जीवन शैली आधुनिक हो रही है, भारतीय लोग आज भी अपनी परंपरा और मूल्यों को बनाए हुए हैं। विभिन्न संस्कृति और परंपरा के लोगों के बीच की घनिष्ठता ने एक अनोखा देश, ‘भारतबनाया है। अपनी खुद की संस्कृति और परंपरा का अनुसरण करने के द्वारा भारत में लोग शांतिपूर्णं तरीके से रहते हैं।


निष्कर्ष :

इस तरह मैंने इस पोस्ट में भारतीय संस्कृति के बारे में कुछ जानकारी साझा किया हूं।  यह हमारे भारतीय संस्कृति की झलक है। 



🚩🚩 आपका दिन शुभ एवम् मंगलमय हो 🚩🚩


ध्यान दें :- भारतीय संस्कृति से सम्बंधित अन्य रोचक लेख देखने हेतु निचे दिये गये लिंक पर क्लिक करे एवम् देखे... 👇👇👇👇

" भारत की प्राचीन भारतीय संस्कृति " ब्लॉग के सभी पोस्ट का लिंक



उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा । भारतीय संस्कृति से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे ब्लॉग के साथ जुड़े रहे तथा अच्छा लगा हो तो कृपया दूसरों के साथ साझा ( शेयर ) भी करें ताकि सभी लोग हमारे भारत की महान प्राचीन संस्कृति से अवगत हो। ब्लॉग या पोस्ट से संबंधित कोई प्रश्न हो या अपनी अनमोल राय देनी हो तो आप टिप्पणी ( कमेंट ) कर सकते है या हमें इस dgg021095@gmail.com ईमेल आईडी से भी संपर्क कर सकते है।


हमारे ब्लॉग के साथ जुड़े रहने तथा नये पोस्ट का अपडेट पाने के लिये हमारे सोशल मीडिया माध्यम से जुड़े। लिंक निचे दिया गया है उसपर क्लिक करके आप जुड़ सकते है -




      🙏🙏🙏 धन्यवाद् 🙏🙏🙏



6 टिप्‍पणियां:

  1. Sallute to your initiation toward our culture diversity. It spread knowledge among the people.we proud to be an Indian.

    जवाब देंहटाएं
  2. आपका यह प्रयास सराहनीय कदम है। इसे लगातार बनाकर रखे एवम् देश दुनिया को भारतीय संस्कृति के बारे में ज्ञान बांटने का काम करें।

    जवाब देंहटाएं
  3. Salute to your dedication for spread about Indian Culture

    जवाब देंहटाएं

भारतीय संस्कृति और इस ब्लॉग से संबंधित कुछ कहने के लिए टिप्पणी कर सकते है ।